Friday, 27 March 2015

ये लड्की हमें बहुत चाहती है

मन के भावों को सजीव करती यह अभिव्यक्ति प्रस्तुत है

ये लड्की हमें बहुत चाहती है

















छोटी-छोटी बातो पर लड्ती है झगडती भी है
पर रूठ जाये हम तो मनाती भी बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है...........

कभी-कभी धक्का भी मार देती है
पर बार-बार, हर-बार गले भी लगती बहुत है ,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है...........

बार-बार कहती है, ये बेटी तुम्हरी कुछ नही करेगी
पर पूरे मन से पूरे दिन उसे पढाती बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है..................

अपनी हर बात छिपाने कि कोशिश करे है ये
पर धीरे-धीरे, अपने-आप सब बताती बहुत है ,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है..........

वैसे तो हर बात मान जाने कि आदत है इसे
पर अगर रूठ ये जाये कभी ये तो मनवाती बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है............

रोज कहती है मोटे हो गये हो, सेहत पर ध्यान दो
पर ढेरो मिठाइया, नया-नया खाना खिलाती बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है........

गर जाये किसी दावत मे हम अकेले, तो लडती है
पर अपनी गहरी आखो से तो पिलती भी बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है..........


वैसे तो कह देते है हम भी, कुछ देर तो अकेले छोडो हमे
पर मायके गर चली जाये तो याद भी आती बहुत है,
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हमे पता है, ये लड्की हमे चाहती बहुत है...........

- जितेन्द्र तायल  / तायल "जीत"
  मोब. ९४५६५९०१२०

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